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Kaavya-Sangrah
Saturday, May 26, 2007
वही
हैं
ज़िंदगी
लेकिन
"
जिगर
"
ये
हाल
हैं
अपना
के
जैसे
ज़िंदगी
से
ज़िंदगी
कम
होती
जाती
हैं
|
-
जिगर
मुरादाबादी
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